Great think- नज़ारे अपने आप ही ठीक हो जाते है जब आप अपना नजरिया ठीक करते है | [ चार्ल्स डिकेंस ]

 सीखना चाहो , तो हर असफलता कुछ सीखा कर जाती है 

                                                                            चार्ल्स डिकेंस 

                                             Great think

चार्ल्स डिकेंस english writter थे | इन्होने दुनिया के सबसे बड़े और मशहूर किरदार रचे थे | और ये विक्टोरिएन समय के सबसे महान उपन्यास कर भी माने जाते है |

उनके अनुसार कुछ ग्रेट थिंक जो आपको जानना जरूरी है 

टालमटोल करना मतलब समय को चुराना |

एक छोटी सी चाबी ,बड़ा और भारी दरवाजा खोल देती है |

उत्साह और संतोष चहरे की खूबसूरती को बढ़ाने और बरकरार रखने के लिए मशहूर है |

1.

  दिल ऐसा हो जो जो कभी सख्त ना हो स्वभाव ऐसा हो जो कभी थकता न हो और स्पर्श ऐसा हो जो कभी तकलीफ ना दे |

आप कई बार झुकते है कई बार टूटते है | उसके बाद ही बेहतर आकार लेते है |

अगर कुछ सीखना चाहो तो ,सफलता कुछ सिखाती है |

अपने आँसुओ  से कभी शर्म नहीं करना चाहिए |

2.

ये दुनिया उसकी है जो हँसते हुए पूरे आत्म विस्वास के साथ जीतने निकला है |

प्रतिरोध और प्रतिकार एक लंबा समय मांगते है | यही नियम है |

3 .

एक दिमाग की बुद्दि मानी होती है ,एक दिल की बुद्दि मानी होती है |

   सफल लोग नापसंद काम को भी खुशी से करते  है

  क्या गलत है और क्यो गलत है  जब तक समझ मे नहीं आता उस काम को छोड़ो मत|

  नजरे मिलकर बात करने से आपका motivation बढ़ता है |

  नज़ारे अपने आप ही ठीक हो जाते है जब आप अपना नजरिया ठीक करते है |

 

{ किसी को छोटा मत समझना क्यो की हर काम की शुरुआत छोटे से ही होती  है

 आप क्या कर रहे है और क्या कर सकते है य सिर्फ आप का ही अधिकार है |

 आप इसी के लिए बने है यह सोचने के लिए आप का नियमित समय होना चाहिए |

 किसी भी काम को करने से पहले यह सोचना चाहिए की आगे उसका क्या अंजाम होगा | 

 आपमे इतनी ताकत है की जो आप सोच सकते हो वह कर भी सकते हो |

 जिंदगी मे पैसे से बड़ा ईमान होता है इसलिए पैसे के बजाए अपना ईमान सुधारने की कोशिश करो |

 } 

                                                                                                           जन्म -7 feb 1812

                                                                                                          निधन -9 jun 1870  


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