हमे सच क्यो बोलना चाहिए |
तो दोस्तो एक बार फिर से स्वागत है आपका यहा पर जो आपको बहुत सी motivational story पढ़ने के लिए देती है तो आज इसी कड़ी को आगे बढ़ाने पर हम यहा तक आए है जिसके लिए आपका Thanks
तो दोस्तो आज मे आपको बताने जा रहा हु की हमे जो की सच बोल्न चाहिए वो क्यो बोलना चाहिए |
या फिर ऐसे ही तो नहीं हमारे बड़े लोग कह ते आए है की हमे सच बोलना चाहिए इसके पीछे का कोई कारण भी तो है तो चलो आप ये तो जानते है की किसी बात के पीछे का कोई कारण जरूर होता है |
तो इसिस के पीछे भी कोई कारण है जिसके बारे मे आज आपको बताना चाहता हु तो चलो कहानी को स्टार्ट करते है |
तो यह बात मे एक Example के साथ समझता हु |
तो हुआ यू की कर मे घर से बाहर यू ही घूमने के लिए जा रहा था तब अचानक ही एक आदमी मेरे पास आया और कहने लगा की आपके मेरी बकरी को देखा है |
जेसे की वह एक गाव का रहने वाला था इसलिए उसने बकरी के बारे मे पुंछा | लेकिन मुझे पता था की उसकी बकरी दाई तरफ गयी है लेकिन मेने उसे गलत कह दिया और उसे गलत रास्ता बता दिया | और उस आदमी ने मेरी बाटो को सच मान कर उस side मे चला भी गया लेकिन उसे उसकी बकरी नहीं मिली और वह निरास होकर वापस आ गया और इस बार वह थका हारा था और निराश भी था |
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same is here |
और उसकी किस्मत तो देखो इस बार भी मे ही उसे मिला जब वह वापस आ रहा था और उसने मुझे पुंछा की तुमने मुझे झूठ क्यो बोला आखिर तुम सच भी बोल सकते थे |
लेकिन मेरे पास उसके सवालो को कोई भी जवाब नहीं था क्यो की उस टाइम पर बहुत देर हो रही थी और मे उसकी बातों को ताल कर आगे चल दिया |
लेकिन थोड़े दिनो बाद मेरी बारी आई जब मे एक गाव से दूसरे गाव जा रहा था तब वह ही आदमी अपनी moter cycle लेकर जा रहा था और रास्ते मे मे मिल गया और मे भी उसे रास्ता पुंछने लगा की भाई उस गाव का रास्ता किस तरफ जाता है तब उसने भी मेरे साथ वेसा ही किया जेसा की मेने किया था |
लेकिन हो सकता है की पहले मेने गलती की थी या जल्दी के कारण मेने उसकी बातों को dyan से नहीं सुना और इसी कारण उसने भी ऐसा ही की लेकिन पता नहीं की उस टाइम पर मेने उसके साथ गलत किया या उसने मेरे साथ गलत किया वेसे देखा जाये तो मेने गलत नहीं किया क्योकि उस टाइम पर मे टेंशन मे था और उसकी बाती की अच्छी तरह से नहीं सुन सका या उस आदमी को ऐसा लगा की उसके मेरे साथ गलत किया है इस लिए उसने मेरे साथ गलत किया |
Moral_ तो दोस्तो इस कहानी से हमे यह सीखने को मिलता है की आप से गलती अंजाने से हुई हो या जान बुझ कर गलती तो गलती होती है और इसी लिए हमे उसे टाइम पर उससे माफी मांग लेनी चाहिए |