दिवाली क्यों मनाई जाती है ? दिवाली कब है ? दिवाली कैसे मनाई जाती है ?

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deewali kyo manai jaati hai 

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दिवाली क्यों  मनाई जाती है हिंदी में 

तो दोस्तों जैसा की आपको पता है की सभी त्योहारों और पर्व मनाने के पीछे एक कारण जरुर होता है , चाहे हो वह देवी देवताओ से जुडा हो या फिर मौसम से कोई ना कोई कारण होता ही है | तो आज है बात करने वाले है की दिवाली के बारे में की आखिर दीपावली क्यों मनाई जाती है ?


नरकासुर को लेकर एक कथा | दिवाली की कहानी |

एक बार की बात है जब एक इंसान हुआ करता था , वह सभी को परेशान करता रहता था , वह जहा भी जाता तो लोगो का जीना कठिन करके ही रहता था | एक दिन लोगो के उससे पूछा की आखिर तुम चाहते क्या हो , तब उसने यह जवाब दिया की ‘’  में जिस दिन भी मरू मेरी म्रत्यु पर दिए जलाए जाए , और सभी खुशिया मनाई जाए , वैसे देखा जाए तो यह काफी अच्छी बात है की एक राक्षस ऐसा कह रहा था , उसने यह अपनी इच्छा जताई थी , लेकिन आपको जानकार हेरानी होगी की उसकी म्रत्यु एक महिला के हाथो हुई थी , और वह औरत थी भगवान् श्री कर्षण जी की पहली पत्नी |



इसके पीछे भी एक कहानी है की एक बार की बात है की लड़ाई के समय भगवान् श्री कर्षण उस राक्षस को नहीं हरा पा रहे थे तब उनके सामने एक महिला आई | उस आदमी को लगा की वह औरत उसका क्या ही कुछ कर लेगी लेकिन वह भगवान् श्री कर्षण जी की पहली पत्नी जो थी , और उस औरत ने ही उस आदमी को हराया और आपकी जानकारी के लिए बता दू की उस आदमी का नाम ‘’नरकासुर था ‘’ क्या आपको पता है की उस का नाम नरकासुर ही क्यों पड़ा तो आइये इसके बारे में कुछ जानते है की कहा जाता है की नरकासुर जहा भी जाता तो वह उस जगह का इतना बुरा हाल करता की वह नरक की तरह रहने लायेक नहीं बचती थी  इस कारण उसका नाम नरकासुर पड़ा था |


दिपावली कब मनाई जाती है ?हिंदी में 

दिपावली का यह पवित्र त्यौहार कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है और इस बार यह मौका octomber माह की 24 तारीख को है |


दिपावली क्यों मनाई जाती है ? हिंदी में 


पहले हमने नरकासुर वाली कहानी के बारे में  जाना लेकिन अब हम जानते है इसके मुख्य कहानी के बारे में की दीपावली क्यों मनाई जाती है तो वैसे तो दीपावली यानी की ‘’दीपो का त्यौहार ‘’ लेकिन इस दिन को अच्छाई की बुराई के उपर और सच्चाई की बुराई के उपर जीत की याद में मनाई जाती है | 


इस दिन भगवान् श्री राम रावण का वध कर 14 वर्ष का वनवास काट कर अपने घर अयोध्या आये थे , और उसकी की याद में आज भी दीपावली का या पवित्र त्यौहार मनाई जाता है | 


दिपावली की शुरुआत कैसे हुई ? हिंदी में 


चन्द्र गुप्त और चाणक्य के समय में पाटलिपुत्र की कौमकी नदी के किनारे दियी जलाए जाते थे |और यह बड़े  पैमाने के उपर होता था एक दम त्योहारों के जैसे यह शरद में पूर्णिमा के दिन होता था और दीपावली अमावस्या के दिन होता था |



दिपावली के दिन लक्ष्मी जी की पूजा क्यों होती है ?हिंदी में 

क्या इससे पहले आपके मन में भी एक सवाल था की आखिर दीपावली नरकासुर वाली कहानी या फिर श्री राम की कहानी से जुडी है तो इस दिन देवी लक्ष्मी जी की पूजा क्यों होती है तो आपकी जानकारी के लिए  की इन दो कहानियो के अलावा इस दिन माना जाता है की समुन्द्र मंथन हुआ था जिसमे की देवी लक्ष्मी जी प्रकट हुई थी  | आपको बताने की जरुरत नहीं है की देवी लक्ष्मी की पूजा किस कारण होती है |


और लोग धन प्राप्ति के लिए और सुख स्म्रधि के लिए देवी लक्ष्मी जी की पूजा करते है |


दीपावली पर एक छोटा सा निबंध हिदी में |

1) दीपावली को दीपों का त्योहार या दीपोत्सव भी कहा जाता है।


2) दिवाली भारत का सबसे लोकप्रिय और सबसे बड़ा त्यौहार है।


3) यह त्यौहार भगवान राम की याद में मनाया जाता है जो चौदह वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे।


4) इस अवसर पर हिंदू अनुयायी मिट्टी के दीपक जलाते हैं और अपने घरों को रंगोली से सजाते हैं।


5) बच्चे इस त्योहार पर पटाखे जलाकर बहुत खुश होते हैं।


6) हिंदुओं में इस अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं।


7) बच्चे, बूढ़े और जवान सभी इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं।


8) इस दिन हिंदू अपने दोस्तों और पड़ोसियों को मिठाइयाँ और उपहार देते हैं।


9) भारत में सार्वजनिक अवकाश मनाया जाता है और लोग इस त्योहार का बड़े उत्साह के साथ आनंद लेते हैं।


10) यह हिंदुओं के सबसे प्रिय और आनंददायक त्योहारों में से एक है, जिसे अन्य धर्म और संप्रदाय के लोग भी आपस में मिलजुल कर मनाते हैं।


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